HINDUSTAN1ST HIMACHAL LAKE

हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध झीलें

Ghumkkad Petu

HINDUSTAN1ST : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और खूबसूरत राज्य है जो अपने खूबसूरत पहाड़ों, सुरम्य वादियों और अन्य विभिन्न पर्यटक स्थलों के लिए पूरे विश्व में फेमस है। पर्यटन के लिहाज से हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध झीलें ने भी पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रियता हाशिल की है। ये झीलें अपने सुंदर नजारों, शांत वातावरण, अपनी प्राचीन सुंदरता के लिए इतनी फेमस है की हर साल लाखों पर्यटक इनकी ओर खिचे आने पर मजूबर हो जाते है। ये भव्य झीलें चट्टानों और हरे भरे घास के मैदानों से घिरी हुई हैं। साफ फ़िरोज़ा पानी के साथ, इनमें से कुछ झीलें प्रसिद्ध ट्रेकिंग स्पॉट हैं जहाँ छोटे ट्रेक द्वारा पहुँचा जा सकता है जबकि कुछ अन्य लोकप्रिय झीलें पिकनिक स्पॉट के रूप में फेमस हैं जहाँ पर्यटक अपनी फैमली और फ्रेंड्स के साथ पिकनिक मनाने के लिए आते है। यदि आप भी अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ घूमने जाने के लिए हिमाचल प्रदेश की किसी अच्छी झील को सर्च कर रहें हैं तो आपको इस लेख को पूरा जरूर पढना चाहिए जिसमे हम हिमाचल प्रदेश की प्रमुख झीलों के बारे में बात करने वाले है

प्रसार झील

हिमाचल प्रदेश की सबसे प्रसिद्ध झीलें में से एक है जो मंडी से लगभग 50 किमी दूर उत्तर में धौलाधार पर्वतमाला के बीच 2730 मीटर पर स्थित है। बता दे यह खूबसूरत झील एक क्रिस्टल क्लियर वाटर बॉडी है, जिसमें तीन मंजिला शिवालय भी स्थित है, जो ऋषि प्रहार को समर्पित है। अंडाकार आकार की यह झील सुंदरता, रोमांच और आध्यात्मिक का एक ऐसा मिश्रण है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध और रोमांचित कर देता है। कुल्लू घाटी में शक्तिशाली धौलाधार पर्वतमाला से घिरी पराशर झील रहस्यवादी आकर्षण से भरी हुई है जिन्हें सिर्फ पराशर लेक की यात्रा के दौरान ही देखा जा सकता है।

चंद्रताल झील

समुद्र तल से लगभग 4,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हिमाचल प्रदेश की एक प्रसिद्ध झील है जिसकी गिनती भारत की सबसे खूबसूरत झीलें में भी की जाती है। बता दे यह खूबसूरत झील भारत के दो सबसे अधिक ऊंचाई वाले आर्द्रभूमियों में से एक है। चंद्रताल झील की एक और खास बात यह है की यह झील अर्धचंद्राकार आकार की है जिस बजह से इसे चंद्रताल नाम प्राप्त हुआ है। हरे-भरे घास के मैदानों से घिरी हुई चंद्रताल झील का शांत वातावरण और बेजोड़ प्राकृतिक सुन्दरता कुछ ऐसी है जिसे एक बार देख लें तो नजर हटने का नाम नही लेती है। वसंत ऋतू में झील के आसपास के मैदानों में विभिन्न जंगली फूलों भी खिल उठते है। इन सबके अलावा दिन ढलते ही इस पवित्र झील के पानी का रंग लाल से नारंगी से नीला से पन्ना हरा हो जाता है। बता दे चंद्रताल झील की यात्रा चुनौतीपूर्ण है क्योंकि झील तक सिर्फ ट्रेक करके ही पहुंचा जा सकता है।

डल झील

कांगड़ा जिले के तोता रानी गांव के पास पर स्थित एक सुरम्य झील है जिसकी गिनती हिमाचल प्रदेश की सबसे खूबसूरत झीलें में की जाती है। समुद्र तल से 1,775 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह झील पिकनिक स्पॉट के रूप में भी फेमस है जो पहाड़ों और ऊंचे देवदार के पेड़ों से घिरी हुई है। यह सुरम्य झील शांत माहौल, हरी-भरी हरियाली के बीच प्रकृति की गोद में अपनी फैमली के साथ टाइम स्पेंड करने और पिकनिक मनाने के लिए परफेक्ट जगह है। यदि आप अपने फ्रेंड्स के साथ यहाँ घूमने आ रहें है तो आप झील के पास आप नड्डी तक ट्रेकिंग करके अपनी इस ट्रिप को और रोमांचक बना सकते है। बता दे सितंबर के महीने में झील के किनारे मेले का आयोजन भी किया जाता है जिसमे शामिल होने के लिए दूर दूर से पर्यटक आते है। यह आयोजन भगवान शिव की उपस्थिति को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है जो गद्दी जनजाति के बीच काफी लोकप्रिय है।

गोबिंद सागर झील

सतलुज नदी पर बने भाखड़ा बांध के पानी से निर्मित एक मानव निर्मित झील है जो 170 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है और 90 किलोमीटर लंबी है। अपने स्थान और हिमालय पर्वतमाला से निकटता के कारण, झील हरे-भरे हरियाली और हर मोड़ पर शांति की आभा से घिरी हुई है। गोविन्द सागर झील इस क्षेत्र में सबसे अधिक देखी जाने वाले पर्यटक स्थलों में से एक है जो शांत वातावरण, हिमालयी सुंदरता साहसिक गतिविधियों, मनोरंजन आदि के लिए प्रसिद्ध है। झील प्रकृति प्रेमियों और साहसिक गतिविधियों को पसंद करने वाले लोगों के लिए स्वर्ग के समान है। आप जब भी अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध झील गोबिंद सागर झील घूमने के लिए आयेगें तो यहाँ झील के किनारे शांतिप्रिय टाइम बिताने के साथ साथ साहसिक और मनोरंजक एक्टिविटीज को एन्जॉय कर सकते है।

करेरी झील

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में धर्मशाला से लगभग 9 किमी की दूरी पर स्थित एक खूबसूरत झील है। हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध झीलें में से एक के रूप में जाने जानी वाली यह झील उत्तर पश्चिम में धौलाधार श्रेणी में स्थित एक उथली और ताज़ी पानी की झील है। करेरी झील एक प्रमुख दर्शनीय स्थल होने के अलावा धौलाधार रेंज में एक बेहद लोकप्रिय ट्रैकिंग स्थल भी है। बता दे इस झील में पानी बर्फ पिघलने से मिलता है। बता दे हिमाचल प्रदेश की यात्रा करने वाले अधिकांश बैकपैकर्स ट्राइंड या इंद्रहार पास सर्किट ट्रेकिंग के लिए आते हैं, यह करारी झील के लिए एक छोटा ट्रेक है जो शानदार और शांत अनुभव देता है। करेरी झील की एक और खास बात यह है कि यह दिसंबर से मार्च में सर्दियों के महीनों के दौरान बर्फ से जम जाती है जो और अधिक आकर्षक प्रतीत होती है। यही सभी आकर्षण करेरी झील को हिमाचल प्रदेश में घूमने के लिए सबसे अच्छी झीलें में से एक बनाती है।

खज्जियार झील

हिमाचल प्रदेश राज्य के चंबल जिले स्थित खज्जियार झील हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध झीलें का एक अभिन्न हिस्सा है जो अपनी बेजोड़ सुन्दरता और शांतिप्रिय वातावरण के लिए जानी जाती है। खज्जियार झील से जुड़ी एक और ख़ास बात यह है की साफ और धूप वाले दिन झील के किनारे से कैलाश पर्वत का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है जो इस खूबसूरत झील के आकर्षण में चार चाँद लगाने का कार्य करता है। यकीन माने आप जब भी खज्जियार झील घूमने के लिए आयेगें तो आसपास की घाटी और कैलाश पर्वत के विहंगम दृश्य देखकर मंत्रमुग्ध हो उठेगे। इतना ही नही ‘मिनी स्विस’ के नाम से प्रसिद्ध, खज्जियार में आप पैराग्लाइडिंग,कैम्पिंग और घुड़सवारी जैसी एक्टिविटीज भी एन्जॉय कर सकते है।

मणिमहेश झील

हिमाचल प्रदेश की प्रमुख झीलें में शुमार मणिमहेश झील उच्च ऊंचाई वाली झील है। यह हिमालय के पीर पंजाल रेंज में मणिमहेश कैलाश चोटी के करीब 4,080 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। झील को हिंदुओं द्वारा बहुत पवित्र माना जाता है क्योंकि यह तिब्बत में पवित्र मानसरोवर झील के करीब है। मणिमहेश का शाब्दिक अर्थ है “शिव के आभूषण”। बर्ष के अधिकांश समय मणिमहेश यात्रा बर्फबारी के कारण बंद रहती है। झील तक पहुँचने के लिए पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों को करामाती पहाड़ों और हरियाली के माध्यम से 13 किमी की पैदल दूरी तय करनी होती है। झील एक प्रमुख तीर्थ यात्रा है, जिसे हिंदू कैलेंडर के अनुसार,अगस्त और सितंबर के महीने के दौरान अमावस्या के आठवें दिन किया जाता है जिसे ‘मणिमहेश यात्रा’ के रूप में जाना जाता है। यदि आप अपने फ्रेंड्स या फैमली के साथ घूमने के लिए हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध झीलें की तलाश में हैं तो आप मणिमहेश झील की यात्रा भी कर सकते है।

नाको झील

समुद्र तल से 3,662 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हिमाचल प्रदेश की एक और खूबसूरत झील है जिसकी गिनती हिमाचल प्रदेश की सबसे अधिक घूमीं जाने वाली झीलें में की जाती है। बर्फ से ढकी चोटियाँ, चट्टानें और सेब के बाग झील की सुन्दरता के प्रमुख आकर्षण है। झील के चारों ओर विलो और चिनार के पेड़ इस पर आश्चर्यजनक प्रतिबिंब भी बनाते हैं जो देखने में बहुत ही आकर्षक प्रतीत होते है। नाको झील के आसपास देखने के लिए कई पयटक स्थल भी मौजूद है जिन्हें पर्यटक नाको झील की यात्रा में देख सकते है।

रेणुका झील

नाहन से लगभग 38 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक प्राकृतिक झील है जो 3214 मीटर की परिधि को कवर करती है। हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत झीलें में शामिल रेणुका झील अपनी प्राचीन सुंदरता और परिवेश के लिए प्रसिद्ध है जो हर साल हजारों पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है। आपको बता दें कि यह झील महिला के आकार में है इसलिए देवी रेणुका का एक आदर्श माना जाता है। अपने सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के अलावा यह झील घने अल्पाइन जंगलों से गुजरने के बाद झील के रिज तक पहुंचने वाले पर्यटकों को बेहद लुभावने दृश्य प्रदान करती है। आप जब भी हिमाचल प्रदेश की इस प्रसिद्ध झील की यात्रा पर आयेगें तो झील के सुरम्य वातावरण में अपनी फैमली के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते है झील में बोटिंग कर सकते है। इन सबके अलावा यहां पर विभिन्न प्रकार की मछलियाँ और अन्य जलीय जीवों को देख सकते हैं।

रिवालसर झील

हिमाचल प्रदेश राज्य के मंडी में 1360 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक और लोकप्रिय झील है जिसे हिमाचल प्रदेश की सबसे अधिक घूमें जाने वाली झीलें में से एक माना जाता है। बता दे हिमाचल प्रदेश की इस खूबसूरत झील को त्सो पेमा लोटस झील के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि रिवालसर के छोटे से शहर से गुरु पसमासम्भव ने तिब्बत में महायान बौद्ध धर्म का प्रसार किया। इसीलिए इस झील को हिंदुओं और बौद्धों के बीच पवित्र स्थल माना जाता है। जगमगाता नीला पानी इस जगह के बारे में एक अद्भुत आभा पैदा करता है जो इसे देखने लायक जगह बनाता है।

सूरज ताल झील

सूरज ताल समुद्र तल से 4950 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक ऐसी झील है जिसे भारत की तीसरी सबसे बड़ी झील के रूप में जाना जाता है। स्पीति घाटी में स्थित सूरज ताल झील का शाब्दिक अर्थ है, ‘सूर्य देवता की झील’। बारालाचा दर्रे के ठीक नीचे इस तेजस्वी झील को देखने के लिए आपको जरुर जाना चाहिए। यह जगह प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए स्वर्ग के समान है। इस झील को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहाँ डुबकी लगाने से पापों का नाश होता है यही मान्यता हर साल हजारों पर्यटकों और श्रधालुयों को यहाँ खिचे आने पर मजबूर कर देती है। हिमाचल प्रदेश की लोकप्रिय झीले में शामिल सूरज ताल झील ट्रेकर्स और बाइकर्स के बीच भी काफी पॉपुलर है।

भृगु झील

कुल्लू जिले में रोहतांग दर्रे के पूर्व में लगभग 4,235 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक प्रसिद्ध झील है जिसे हिमाचल प्रदेश की प्रमुख झीलें में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त है। किंवदंतियों के अनुसार, महान हिंदू ऋषि भृगु ने यहाँ तपस्या की थी जिसके बाद इस झील को भृगु झील के नाम से जाना जाने लगा। आप मई से अक्टूबर तक इस झील की सैर कर सकते हैं। जबकि बाकी के लगभग छह महीने यह झील बर्फ से जमी रहती है। हिमाचल प्रदेश की यह प्रसिद्ध झील ट्रेकर्स के लिए भी पॉपुलर ट्रेकिंग स्पॉट के रूप में कार्य करती है। क्योंकि यह क्षेत्र का सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है जिन्हें पर्यटक ट्रेकिंग के दौरान देख सकते है।

दशिर झील

रोहतांग दर्रे के पास स्थित दशिर झील हिमाचल प्रदेश की सबसे अच्छी झीलें में से एक है। ग्लेशियरों और पीर पंजाल पर्वतमाला से घिरी इस पवित्र झील के बारे में माना जाता है कि इसमें चिकित्सीय गुण हैं। झील में ज्यादातर कैंपर और ट्रेकर्स आते हैं जो अछूती सुंदरता की खोज करना चाहते हैं और भीड़ से बचना चाहते हैं।

चमेरा झील

हिमाचल प्रदेश की एक प्रसिद्ध कृत्रिम झील है जो पर्यटकों के बीच काफी हद तक लोकप्रिय बनी हुई है। हरी-भरी हरियाली से घिरी हुई चमेरा झील पर्यटन के नजरिये से भी बेहद खास जगह है। यदि आप अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ घूमने के लिए हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध झीलें सर्च कर रहें हैं तो चमेरा झील भी आपके लिए अच्छा विकल्प है। आप जब चमेरा झील घूमने के लिए आयेगें तो झील सुन्दर परिवेश में घूमने और शांतिप्रिय समय बिताने के साथ साथ बोट राइड जैसी अन्य कई एक्टिविटीज को एन्जॉय कर सकते है।

धनकर झील

हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध झीलें में से एक है। झील स्पीति घाटी के धनकर गांव में स्थित है और बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती है। गोम्पा और धनकर गाँव के ऊपर स्थित, इस झील तक पहुँचने का एकमात्र रास्ता यहाँ ट्रेक करना है, जो कुछ लोगों को कठिन लग सकता है, लेकिन ट्रेक के बाद का दृश्य इसे इसके लायक बनाता है। झील के पास कैंपिंग की अनुमति नहीं है, लेकिन आप यहां कुछ घंटे बिता सकते हैं और नज़ारों को देख सकते हैं।

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