HANDUSTAN1ST : हरिद्वार का अर्थ है “भगवान या देवता का वास”। जहाँ आप आकर साक्षात देवताओं के दर्शन कर पाऐंगे। हरिद्वार नाम सुनते ही मन में एक छवि उभरती है जहाँ मंदिर की घंटियों की गूँज व पुजारियों के मंत्र उच्चारण, स्थल को और भी अधिक आध्यात्मिकता में डुबो देते हैं। हर छोटी दुकानों पर बजते “जय गंगे” के भजन रोम-रोम को पुलकित कर देते हैं। भग्वा वस्त्रों में पुजारियों की छवि वातावरण को और धार्मिक कर देती है। हरिद्वार के दर्शनीय स्थल आपको प्रभु की शरणों में ले जाऐंगे जहाँ आपको असीम शांति का अनुभव होगा क्योंकि प्रभु की लीला है ही अपरंपार। भगवान की कृपा-दृष्टि अपने पर भरपूर बरसने दीजिए और हो जाइए अराधना में लिप्त ताकि सांसारिक मोह-माया से आप कुछ पल का विराम पा सकें।
- गंगा आरती
गंगा की पवित्र लहरों के घाट जिसे हर की पौड़ी के नाम से जाना जाता पर हर संध्या को आरती की जाती है जो गंगा मैया को समर्पित है। पुजारियों द्वारा हाथ में लिए बड़ें-बड़े दीयों से इस पावन स्थान की आरती की जाती है देखकर ऐसा लगता है जैसे प्रकृति ने स्थल को अपनी रोशनी से जगमगा दिया हो। पानी में पड़ता दीयों का प्रतिबिंब टिमटिमाते सितारों की तरह मालूम पड़ता है। महाआरती की मधुर आवाज़ पूरे घाट में गूँजती हुई सुनाई पड़ती है। इस आरती का गवाह बनने सिर्फ भारतीय पर्यटक ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटक भी भारी मात्रा में आते हैं।
- चंडी देवी मंदिर
नील पर्वत पर बसा यह मंदिर चंडी देवी को समर्पित है। ऊँचाई पर बसा यह मंदिर सिर्फ पूजा-पाठ का केंद्र नहीं है बल्कि यात्रियों के बीच ट्रैकिंग के लिए भी लोकप्रिय है। खूबसूरत प्राकृतिक नज़ारे के साथ भक्ति का मेल अद्भुत है। हरिद्वार के पाँच तीरथ स्थलों में ये भी एक है जहाँ भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने की इच्छा सँजो के लाते है। इस मंदिर के प्रति लोगों की आस्था व विश्वास बहुत गहरा है। पहाड़ के ऊपर मंदिर व चारों तरफ हरियाली कितनी शोभा बिखेरता नज़र आता है। यहाँ से हरिद्वार की फोटो बेहद सौंदर्य पूर्ण आएगी। यह सबसे प्रसिद्ध हरिद्वार के दर्शनीय स्थल में से है।
- राजाजी नेशनल पार्क
शिवालिक पर्वत श्रृंखला से गुज़रता यह नेशनल पार्क अपने अनोखे वनस्पति व वन्यजीवों के लिए मशहूर है। प्रकृति व वन्य जीवन प्रेमियों के लिए यह जगह बहुत शानदार है पेड़ों की सरसराती ठंडी वायु के बीच यहाँ-वहाँ छलांग लगाते
पशु-पक्षी आपके ध्यान को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। यह मुख्य तौर पर बाघ व हाथियों के वन्य जीवन के लिए लोकप्रिय हैं। यह वन साल, टीक, आदि जैसे अन्य पेड़ों से लदा हुआ है। आपको यहाँ एशायाई हाथी, बाघ, किंग कोबरा, भालू, चीतल, सांभर, जंगली बिल्ली आदि देखने को मिल जाऐंगे।
- मनसा देवी मंदिर
हरिद्वार का एक और लोकप्रिय मंदिर जो शिवालिक पहाड़ियों के बिल्वा पर्वत पर स्थित है। मनसा देवी को शक्ति का स्वरूप माना जाता है जो भगवान शिव के मस्तिष्क की उपज है। माना जाता है कि मनसा देवी भक्तों की मनकामनाओं को पूरा कर देतीं है इसलिए यहाँ श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। हज़ारों हिंदुओं की भीड़ यहाँ हर साल लग रहती है। सब अपनी-अपनी इच्छा पूर्ति की कामना मंदिर में आकर करते हैं और ये आस्था रखते है कि मनसा देवी उनपर अपना आशीर्वाद ज़रूर बरसाऐंगी। यह सबसे मशहूर हरिद्वार के दर्शनीय स्थल में से है।
- भारत माता मंदिर
हरिद्वार के दर्शनीय स्थलों की सूची में इस मंदिर का नाम भी शामिल है। जैसा कि आप नाम से ही जान गए होंगे कि यह मंदिर भारत माता को समर्पित है। मंदिर में किसी धार्मिक भगवान की प्रतिमा नहीं है बल्कि ज़मीन पर भारत का विशाल नक्शा है जो भारत माता की मूर्ति को दर्शाता है जिसने केसरिया वस्त्र धारण किए हुए हैं व उसके एक हाथ में किताब है, दूसरे में चावल का ढेर, एक माला व सफ़ेद कपड़ा है। यह मंदिर भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है व भारत की विस्तृत संस्कृति को दर्शाता है। यह बहु-मंज़िला इमारत है जो सप्त सरोवर में स्थित है।
- वैष्णो देवी मंदिर
कश्मीर के वैष्णो देवी मंदिर के नक्शे कदमों पर चलता हुआ यह मंदिर भी उसी की छवि है। मंदिर ऊँचाई पर स्थित है इसलिए यह धार्मिक यात्रियों के साथ-ही-साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए भी उचित स्थान है क्योंकि यहाँ से आपको सौंदर्य ही सौंदर्य देखने को मिलेगा। मंदिर में तीन प्रतिमाए हैं- लक्ष्मी, काली व सरस्वती की जिन्हें बेहद महीनता से उकेरा गया है। मंदिर अपनी वास्तुकला व गुफाओं के लिए चर्चित है। यहाँ आपको मंदिर तक पहुँचने के लिए कश्मीर के मंदिर जितनी मेहनत नहीं करनी पड़ेगी पर समझ लीजिए कि यह उसी का छोटा स्वरूप है। यह सबसे नामी हरिद्वार के दर्शनीय स्थल में से है।
- पतंजली योगपीठ
यह भारत के सबसे बड़े योग व आयुर्वेद संस्थान की सूची में शामिल है। योग के खोजकर्ता-ऋषि पतंजली के नाम पर इस प्रौद्योगिकी संस्थान का नाम रखा गया है। अगर आप योग विद्या में रुचि रखते हैं तो आप यहाँ बिल्कुल आ सकते है। यात्री यहाँ आयुर्वेदिक जाँच व दवाइयों के लिए आते हैं। यह संस्थान स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक व आर्थिक कार्यों में तत्पर रहता है। यहाँ रहने.की भी अच्छी व्यवस्था है।
- स्वामि विवेकानंद पार्क
हर की पौड़ी के समीप स्थित यह मनोरंजक पार्क बेहद आनंदमयी है। हरी घासों के लंबे लॉन व फूलों की बिछी चादर अपना सौंदर्य देखते ही बनाती है। इसे त्रिकोण आकार में बनाया गया है जहाँ स्वामी विवेकानंद की भव्य मूर्ति स्थापित है और भगवान शिव की प्रतिमा भी है जो दूर से ही दिखती है। यात्री यहाँ हर की पौड़ी का सुंदर नज़ारा देखने के लिए व पिकनिक आदि मनाने के लिए भी आते हैं। आपको यहाँ सुबह व शाम को लोग टहलते हुए भी दिखेंगे।
- बड़ा बाज़ार
यह बाज़ार मुख्यतः रूद्राक्ष व आयुर्वेदिक दवाइयों की खरीद के लिए मशहूर है। यहाँ आपको लकड़ी से बनी वस्तुओं व हस्तशिल्प के लिए भी यात्रियों के बीच प्रचलित है। आपको यहाँ लज़ीज़, स्वादिष्ट देशी पेडा़ खाने का भी सौभाग्य प्राप्त होगा। जब आपके मुँह में ये पेड़े घुलेंगे तो आप वाह! किए बिना रह नहीं पाऐंगे। धार्मिक आभूषण भी आप यहाँ आकर बटोर सकते हैं। आध्यात्मिकता में डूबे इस माहौल को विदेशी यात्री भी खूब पसंद करते हैं।
- कुंभ मेला
श्रद्धालुओं की भीड़, गंगा स्नान,ऐतिहासिकता, आध्यात्मिकता, पवित्रता इन्हीं सबका संगम है हरिद्वार का कुंभ मेला। गंगा मैया की गूँज व पावन धरती पर अपनी आस्था बिखेरते लोग यही है यहाँ का आकर्षित माहौल। हर बारह वर्ष बाद यहाँ करोड़ो लोगों का सैलाब उमड़ता है जिसने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को अपने रंगों में लीन किया हुआ है। ऐसा दृश्य जिसे आप अनदेखा नहीं कर सकते। इसी आस्था ने विदेशियों के मन में भी विश्वास जगाया हुआ है और इस पावन नदी के गवाह बनते हैं।