PUNJAB1ST : पंजाब कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू की सिक्योरिटी घटाने को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिसमें पंजाब सरकार ने सिद्धू की सिक्योरिटी को रिव्यू करते हुए सीलबंद रिपोर्ट सौंपी। हाईकोर्ट ने कहा कि पंजाब की आप सरकार की रिपोर्ट देखने के बाद सोमवार को इस मामले की सुनवाई होगी। जिसमें हाईकोर्ट अपना फैसला सुनाएगा। 6 दिन पहले हुई सुनवाई में पंजाब सरकार स्टेटस रिपोर्ट सौंप नहीं पाई थी। उन्होंने इसके पीछे का कारण केंद्रीय एजेंसियों से जवाब न आना बताया था। जिसके बाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को 18 मई तक रिपोर्ट दाखिल करने के आदेश दिए थे।
सुरक्षा घेरे में नवजोत सिंह सिद्धू
नवजोत सिद्धू हाल ही में रोडरेज केस में पटियाला जेल में 1 साल कैद काटकर लौटे हैं। उसके बाद ही AAP सरकार ने उनकी सिक्योरिटी Z प्लस से घटाकर Y प्लस कर दी थी। जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। पिछले महीने 28 अप्रैल को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा था। इसके बाद 5 मई को सुनवाई में पंजाब सरकार ने सिद्धू की सुरक्षा रिव्यू की बात कहते हुए 12 मई को रिपोर्ट पेश करने की बात कही थी। पिछली तारीख पर केंद्रीय एजेंसियों से इनपुट न आने का हवाला देते हुए सरकार ने 2 हफ्ते का समय मांगा था।
सिद्धू ने बताया जान को खतरा
नवजोत सिद्धू ने अपनी पिटीशन में उनकी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। सिद्धू ने स्पष्ट कहा था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलती रही हैं। वहीं जेल से निकलने के बाद मूसेवाला के घर पहुंचने पर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि गैंगस्टर उन्हें सरेआम धमकियां दे रहे हैं। ऐसे में सिद्धू मूसेवाला के बाद अब सरकार दूसरे सिद्धू को भी मरवाना चाहती है।
25 कमांडो में से 13 बचे
रोडरेज मामले में जेल जाने से पहले नवजोत सिंह सिद्धू के पास कुल 25 कमांडो का काफिला होता था। इतना ही नहीं, जेल से लुधियाना में एक मामले में सुनवाई के दौरान भी नवजोत सिंह सिद्धू ने बिना सुरक्षा बाहर जाने से इनकार किया था। इसके बाद जब नवजोत सिंह सिद्धू जेल से बाहर आए तो उनके कमांडो की संख्या 25 से घटा 13 कर दी गई।(सूत्र इंटरनेट)