RAJASTHAN1ST : पुलिस 6 महीने से आरोपी के पीछे, लेकिन जब पकड़ नहीं पाए तो पुलिस ने एक नंबर जारी किए और 1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया। आरोपी ने इन्हीं नंबर से पुलिसवालों को भी नहीं छोड़ा। करीब 30 बार से ज्यादा फेक कॉल करवाए। ऐसा एक बार नहीं तीन बार हुआ जब पुलिस वालों को ऐसे फेक कॉल में पूरी टीम को अलर्ट करना पड़ा।
बदलना पड़ा भेष
एक महीने पहले जयपुर से एक महिला ने जोधपुर पुलिस को कॉल किया। बताया कि अजयपाल उससे मिलने आता रहता है। वह आज भी आया था और कल भी मिलने आएगा। इस पर पुलिस जोधपुर पुलिस और जयपुर की क्राइम ब्रांच टीम को अलर्ट किया गया। जोधपुर से भी 10 लोगों की टीम बनाकर जयपुर भेजी गई। महिला ने बताया कि वह चांदपोल इलाके में रहती है। ऐसे में चांदपोल थाने को भी अलर्ट किया गया। अजयपाल को पकड़ने के लिए जोधपुर के पुलिस अधिकारियों को अपना भेष बदलना पड़ा।
शराब लूट का आरोपी बताया
दो महीने पहले गुजरात के डीसा से जोधपुर पुलिस के पास कॉल आया था। कॉल करने वाले ने बताया कि अजय पाल गुजरात में शराब के अवैध ट्रकों को लूट रहा है। इस पर पुलिस टीम डीसा पहुंची। कॉल करने वाले व्यक्ति की सूचना पर पुलिस ने पूरी प्लानिंग के साथ वहां डेरा डारा। करीब 4 घंटे तक पुलिस छिप-छिप कर नजर बनाए हुए थे। लेकिन, जब अजयपाल नहीं आया तो व्यक्ति से पूछताछ की तो उसने बताया कि झूठी जानकारी दी थी।
दोस्त के यहां की सूचना थी
इसी तरह पाली से भी पुलिस को ऐसा ही फेक कॉल अजयपाल ने करवाया था। पाली से कॉल करने वाले व्यक्ति ने बताया था कि वह हिस्ट्रीशीटर जब्बर सिंह के यहां छिपा हुआ है। यहां पुलिस टीम ने छापा मारा तो पता चला कि अजयपाल वहां से फरार हो चुका है। ये कॉल अजयपाल के ही किसी साथी ने करवाया था। दूसरी बार भी पुलिस पाली से ऐसे ही फेक कॉल पर अजयपाल के होने की जानकारी मिली थी लेकिन इस बार भी अजयपाल नहीं मिला।
डेडिकेट टीम को टास्क
डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि अजयपाल को पकड़ने के लिए डेडिकेट पुलिस टीम बनाई गई। इस स्पेशल 8 पुलिसकर्मियों की टीम को केवल एक ही टास्क था कि उन्हें अजयपाल को कैसे भी पकड़ना है। इनकी सप्ताह में दो बार मीटिंग ली जाती और रणनीति तैयार होती ।डीसीपी ने बताया कि हमारी आधी एनर्जी फेक कॉल में ही लग जाती। क्योंकि किसी भी क्लू को ऐसे ही नहीं छोड़ सकते थे। जैसे ही कॉल आता पुलिस की टीम यहां से जाती और वह एरिया छावनी बन जाता। इन तीन कॉल ने पुलिस से काफी मशक्कत करवाई जिसमें जयपुर, गुजरात के डीसा और पाली से आया था।
खुद को बिजनेसमैन बताता
पुलिस पूछताछ में बताया कि सूरत (गुजरात) में वह पत्नी और बच्चों के साथ 6 महीने रहा था। जहां उसने फ्लैट किराया लिया था वहां अपने आप को बिजनेसमैन बताया। पड़ोसियों को बताता कि वह ऑनलाइन बिजनेस करता है। इतना ही नहीं पकड़े जाने के डर से उसने फ्लैट का एग्रीमेंट भी किसी और के नाम करवाया हुआ था।(सूत्र इंटरनेट)