RAJASTHAN1ST : राजस्थान में एक्टिव हुए वेर्स्टन डिर्स्टबेंस और दक्षिणी राजस्थान में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण आज राजस्थान के आधे हिस्सों में आंधी-बारिश हो सकती है। दोपहर बाद इस सिस्टम का असर देखने को मिल सकता है। इससे पहले बुधवार देर शाम को भी दक्षिण राजस्थान के कोटा, उदयपुर और अजमेर संभाग के जिलों में आंधी-बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। झालावाड़ा, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, बारां, उदयपुर जिलों में कई जगहों पर 14MM तक पानी बरसा। जयपुर मौसम केन्द्र के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान के आसपास दो साइक्लोनिक सिस्टम बनने के कारण मौसम में ये बदलाव आया है। पहला सिस्टम राजस्थान के पास पाकिस्तान में बना है, जबकि दूसरा सिस्टम दक्षिणी राजस्थान में एमपी, गुजरात की सीमा पर। दक्षिणी क्षेत्र में बने सिस्टम को अरब सागर से नमी मिल रही है, जिसके कारण कल वेदर एक्टिविटी देखने को मिली है। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम के असर से आज अलवर, झुंझुनूं, राजसमंद के अलावा बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, नागौर, पाली और श्रीगंगानगर में आज दोपहर बाद मौसम में बदलाव होने के साथ आंधी-बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
14MM तक बारिश, 40KM स्पीड से चली आंधी
राजस्थान में कल झालावाड़ा, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, बारां, उदयपुर, कोटा, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ जिलों में कई जगहों पर थंडरस्ट्रार्म गतिविधियां हुई। यहां कई जगहों पर 40KM स्पीड से तेज हवाएं चली और बारिश के साथ ओले गिरे। कोटा के कानावास में 10, बारां के अटरू में 12, भीलवाड़ा के बिजौलिया में 12, करेडा में 13, चित्तौड़गढ़ के बेंगू में 12, बांसवाड़ा के दानपुर में 14 और झालावाड़ के रायपुर में 12 और मनोहपुर थाना में 10MM बरसात हुई। बारां में कल कई जगहों पर ओले भी गिरे, जबकि राजसमंद, झालावाड़ में बिजली गिरने से हादसे हो गए।
2 दिन पूरे राज्य में बारिश का अलर्ट
राजस्थान में इन सिस्टम का सर्वाधिक असर 28 और 29 मार्च को देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने इन दो दिन राज्य के लगभग सभी जिलों में थंडरस्ट्रार्म गतिविधियां होने की संभावना जताते हुए सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा 30 अप्रैल को भी इस सिस्टम का असर अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झुंझुनूं, करौली, सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक, बीकानेर और चूरू जिलों में पड़ने की संभावना जताई है।(सूत्र इंटरनेट)