RAJASTHAN1ST : जयपुर में सूदखोर से परेशान युवक ने सुसाइड कर लिया। उसने खुद के घर पर साड़ी का फंदा लगाया। सांस चलते देख पत्नी ने फंदे से उतारकर हॉस्पिटल पहुंचाया। हॉस्पिटल में मौत के बाद पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। नाहरगढ़ थाना पुलिस को मृतक की पत्नी ने बताया- नींद में भी जागकर पति कहते थे सूदखोर मुझे और मेरे बच्चों को बेघर कर देगा। मृतका की पत्नी की शिकायत पर शनिवार शाम पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। SHO (नाहरगढ़) देवेन्द्र कुमार ने बताया- पुरानी बस्ती नाहरगढ़ रोड निवासी शुभाष उमरवाल (52) ने सुसाइड किया है। शुभाष नगर निगम में सफाई कर्मचारी था। वह अपनी पत्नी मीनू देवी और तीन बच्चों के साथ रहता था। 3 अप्रैल को तीनों बच्चों के साथ घर पर था। पत्नी मीनू देवी अपने काम पर गई हुई थी। पीछे से घर पर शुभाष ने साड़ी का फंदा लगा लिया। दोपहर करीब 2:30 बजे पत्नी घर लौटी तो गेट अंदर से बंद था। खटखटाने के बाद भी नहीं खोलने पर धक्का देकर गेट खोला। कमरे में पति शुभाष फंदे से लटका मिला। धीरे-धीरे सांस चलते देखकर पत्नी मीनू ने फंदे से उसे नीचे उतारा। टैक्सी में बैठाकर गंभीर हालत में शुभाष को SMS हॉस्पिटल ले गई। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मेडिकल सूचना पर नाहरगढ़ थाना पुलिस हॉस्पिटल पहुंची। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
कर्ज में डूबने से थे परेशान
मृतक की पत्नी मीनू ने ताराचन्द खटीक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया है। मीनू ने पुलिस को बताया कि पिछले कुछ महीनों से पति बहुत परेशान रहते थे। निगम की तनखाह भी नहीं लाते थे। बड़ी मुश्किल से मेरा घर चल रहा था। मैंने उनसे बहुत जोर लगाकर पूछा तो उन्होंने मुझे झोटवाड़ा निवासी ताराचन्द खटीक के बारे मे बताया था। मीनू ने बताया- करीब 2 साल से रुपए उधार लिए हुए थे। वह हेरिटेज में था या ग्रेटर में मुझे नहीं पता, लेकिन नगर निगम में सफाई कर्मचारी थे। मीनू ने पुलिस को बताया कि पति ने कहा था- मेरे बैंक का ATM, चैक बुक, बैंक पासबुक सब ताराचन्द खटीक ने रख लिए हैं। ताराचंद ने लोन के नाम पर 2 लाख रुपए अलग-अलग खातों में डाल दिए। उधार की रकम 40 प्रतिशत ब्याज के नाम पर हर महीने 40 हजार का ब्याज लगा देता था। पति का तनख्वाह आते ही ATM से निकाल लेता था। कॉल पर लगातार धमकाने के साथ ही ब्याज से उधार रकम बढ़ाते-बढ़ाते 9 लाख कर दी। कर्ज में डूबने से पति घबराए हुए रहते थे।
सूदखोर से बचाने के लिए दी जान
मीनू ने पुलिस को बताया- पति शुभाष नींद से भी जाग कर यह कहते थे कि ताराचन्द खटीक मुझे व मेरे बच्चों को बेघर कर देगा। वो मेरा घर नीलाम करवा देगा। मेरा सारा पैसा वह ब्याज के नाम पर हड़प गया है। मेरे पति ज्यादातर मोबाइल बंद रखते थे। पूछने पर बताते थे कि ताराचन्द खटीक लगातार फोन कर धमकाता है। पैसे मांगता है, मैं कहा से दूं। मेरा सारी तनख्वाह भी ले लेता है। पत्नी ने बताया- ज्यादातर मेरे पति घर मे कमरे में बंद रहते थे। डरे-डरे रहते थे। देर रात घर आते थे। इससे मेरे परिवार को भूखे-मरने की नौबत आ गई। मेरे पति ने ताराचन्द खटीक के कर्जे व ब्याज 40 प्रतिशत व पेनल्टी की वजह से व उसके धमकाने की वजह से ना चाहते हुए भी उन्होंने अपने आपको व परिवार को बचाने के लिए आत्महत्या की है। SHO देवेन्द्र कुमार का कहना है कि मृतक की पत्नी ने सूदखोरी से परेशान होकर पति के सुसाइड करने का शिकायत दी है। शिकायत पर आत्महत्या को उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। कल रिपोर्ट दर्ज कर ली है, आगे मामले की जांच की जाएगी।(सूत्र इंटरनेट)