HINDUSTAN1ST MENTORING PROGRAM

किसान-वैज्ञानिक परामर्श कार्यक्रम

Rewari 1st

REWARI1ST : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल में मिशन लाइफ के अंतर्गत मोटे अनाज की पैदावार व मानव पोषण में उपयोगिता बढ़ाने के लिए किसान-वैज्ञानिक परामर्श कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें विभिन्न गांवों के किसानों व वैज्ञानिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय निदेशक डॉ. धर्मवीर यादव ने की। उन्होंने बताया कि 2023 को इंटरनेशनल मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें मोटे अनाज (श्रीअन्न) की उपयोगिता व उत्पादन बढ़ाकर हर प्राणी तक पहुंचाया जा सके, क्योंकि इनमें ग्लूटेन फ्री तथा मनुष्य के लिए आवश्यक सभी पोषक पदार्थ जैसे खनिज लवण, कार्बोहाइड्रेट आदि प्रचुर मात्रा में होते हैं। इनके सेवन से शुगर व अधिक रक्तचाप नहीं होते हैं। वरिष्ठ संयोजक कृषि विज्ञान केंद्र बावल डॉ. नरेश कौशिक ने बताया कि मोटे अनाज के उत्पादन से पर्यावरण को बचाया जा सकता है।

डॉ. अमरजीत ने भारत में उगाए जाने वाले मोटे अनाज के बारे में बताया। डॉ. सत्यजीत ने बाजरा की उत्पादन तकनीक, डॉ. बलबीर सिंह ने मोटे अनाज के कीट व उनका प्रबंध, डॉ. प्रमोद, डॉ. मुकेश जाट व डॉ. धर्मप्रकाश ने मोटे अनाज के लिए आवश्यक खाद व मिट्टी के बारे में बताया। किसानों को सब्जी के बीज वितरित किए गए। कार्यक्रम में डॉ. देशवाल, डॉ. चहल, डॉ. नरेंद्र, डॉ. रामेश्वर, डॉ. अशोक, डॉ. अत्मन, डॉ. मनोज, डॉ. विकास, डॉ. राकेश, डॉ. अंकित, डॉ. महक, बिजेंद्र, रामप्रसाद व राजेश आदि 50 किसानों ने भी भाग लिया। डॉ. नरेश यादव ने सभी का आभार जताया।(सूत्र इंटरनेट)