REWARI1ST : पक्षियों और पर्यावरण की सुरक्षा मनुष्य की नैतिक जिम्मेदारी है। मनुष्य को प्रकृति में सबसे श्रेष्ठ इसलिए ही समझा जाता है, क्योंकि मनुष्य के अंदर स्वयं के साथ-साथ अन्य जीव-जंतुओं के लिए भी दया भाव होता है। यही मानवीय संवेदना एवं मूल्य उन्हें अलग पहचान देते हैं। इसलिए हम सभी का यह कर्त्तव्य है कि हम बेजुबान पक्षियों के लिए दाने व पानी की व्यवस्था करें, ताकि गर्मी के इस मौसम में वे सुरक्षित रह सकें। यह विचार हकेंवि के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने विश्वविद्यालय स्थित नवाचार एवं उद्भवन केंद्र द्वारा आयोजित ‘पक्षी बचाओ-प्रकृति बचाओ’ अभियान के तहत बर्ड्स फीडर तथा वाटर पोट लगाते हुए व्यक्त किए।
नवाचार एवं उद्भवन केंद्र की निदेशक प्रो. सुनीता श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय में नवाचार एवं उद्भवन केंद्र द्वारा बर्ड्स फीडर क्लब बनाया हुआ है, जिसमें विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थी, शिक्षक अपनी स्वेच्छा से सहयोग करके पक्षियों के लिए दाने-पानी की व्यवस्था करते हैं। उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे जी-20 अभियान को गति प्रदान करने तथा क्षेत्र के लोगों में पक्षियों तथा पर्यावरण के प्रति सकारात्मक रवैया उत्पन्न करने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति के निर्देशन में ऐसे कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाते हैं। इस अवसर पर प्रो. नंद किशोर, प्रो. पवन कुमार मौर्य, प्रो. दिनेश चहल, डॉ. रमन दीप, डॉ. दिलीप पटेल, सुनील अग्रवाल, संदीप सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे।(सूत्र इंटरनेट)