HINDUSTAN1ST : दुनिया में सबसे ज्यादा खेले जाने वाले स्पोर्ट में दूसरे नंबर पर मौजूद बैडमिंटन से भारत से एक और वर्ल्ड क्लास प्लेयर सामने आ रहा है। प्रकाश पादुकोण, पुलेला गोपीचंद, साइना नेहवाल, पीवी सिंधु, किदांबी श्रीकांत जैसे टैलेंट देख चुके अपने देश में मध्य प्रदेश के धार जिले का एक 20 साल का युवक खेल का राइजिंग स्टार बन रहा है। नाम प्रियांशु राजावत है।
प्रियांशु इसी महीने फ्रांस के ऑर्लियन्स में BWF सुपर-300 टूनार्मेंट में चैंपियन बने हैं। 12 साल बाद किसी भारतीय ने यह खिताब जीता है। उनसे पहले 2012 में आनंद पवार ने यहां ट्रॉफी जीती थी। चैंपियन बनने के सफऱ में प्रियांशु ने वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप-20 में शामिल खिलाड़ियों को भी मात दी। जीत की बदौलत प्रियांशु रैंकिंग में 31वें नंबर तक पहुंचे। इसके बाद रैंकिंग में मामूली गिरावट आई है और वे फिलहाल 38वें नंबर पर हैं। भारतीय पुरुष खिलाड़ियों में वे एच एस प्रणय, किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन के बाद चौथे नंबर पर हैं। मेरा पहला मैच किरण से जीता। फिर मुकाबला केंटा निशिमोटो से हुआ। निशिमोटा वर्ल्ड नंबर-12 प्लेयर हैं। फिर मैंने सोचा कि रैंकिंग से कुछ नहीं होता, मुझे अपना 100 प्रतिशत देना है। मैंने स्टेप बाय स्टेप प्लान तैयार किया। वह मैच जीता।
फिर फाइनल से पहले सोचा कि इसे हल्के में नहीं लेना है। मैं पहले गेम में डॉमिनेट कर रहा था और जीत भी गया, लेकिन दूसरे गेम में मैग्नस जोहानसन की लीड कवर करने के बाद भी हार गया। तीसरे गेम में मैंने बढ़त बनाई, लेकिन जोहानसन ने कवर कर लिया और लीड ले ली। वहां मैंने सोचा कि गेम छोड़ना नहीं है। उन्हें गेम जल्दी समाप्त करने की जल्दी है। ऐसे में मुझे शटल अंदर रखना है। मैंने रखा और मुझे पॉइंट मिले। मैं चैंपियन बना।(सूत्र इंटरनेट)