HINDUSTAN1ST : गुजरात टाइटंस के उपकप्तान और दुनिया के नंबर-1 टी-20 गेंदबाज राशिद खान मौजूदा IPL में हैट्रिक लेने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं। वे इस लीग में 97 मैच खेल चुके हैं और 123 विकेट ले चुके हैं। उनका मानना है कि विदेशी लीग में अच्छा प्रदर्शन कर खिलाड़ी IPL में जगह तो बना लेता है, लेकिन यहां बने रहने के लिए निरंतरता जरूरी है। राशिद ने कहा कि गैरी कर्स्टन की वजह से उनकी बल्लेबाजी में काफी सुधार हुआ है। किसी विदेशी के लिए IPL में 100 मैच खेलना बड़ी बात है। पहले 5 साल सनराइजर्स हैदराबाद से खेला। अब गुजरात का हिस्सा हूं। आप विदेशी लीग में प्रदर्शन करके IPL में जगह बना सकते हैं, लेकिन यहां सबसे बड़ी चुनौती खुद को बनाए रखना और लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहना है। अब बैटिंग ऑलराउंडर को बैटिंग में 70% और बॉलिंग में 30% देना होगा जबकि बॉलिंग ऑलराउंडर को बॉलिंग में 70% और बैटिंग में 30% देना होगा। अब थोड़ी बॉलिंग और थोड़ी बैटिंग से काम नहीं चलेगा। पहले टीमें सेट हो गई थीं। अब टीमें और खिलाड़ी बदल चुके हैं। नए खिलाड़ियों को घरेलू मैदान की परिस्थितियों से तालमेल बिठाने में समय लगेगा। खिलाड़ियों को मौसम से भी सामंजस्य बिठाना होगा। 2-3 साल बाद टीमें घरेलू मैदान पर फिर से अच्छा करने लगेंगी।
ICC टी20 गेंदबाजी रैंकिंग के टॉप-10 में अफगानिस्तान के तीन खिलाड़ी हैं? इस पर क्या कहना है?
इन तीन में एक तेज गेंदबाज हैं फजल हक फारूकी। यह अफगान के लिए अच्छा संकेत है। पहले हमारे स्पिनर अच्छा कर रहे थे। अब तेज गेंदबाज भी अच्छा कर रहे हैं। फारूकी के अलावा हमारे पास नवीन उल हक भी हैं। फारूकी पहले चेन्नई के नेट गेंदबाज थे, जिससे उन्हें फायदा हुआ। वे हैदराबाद के लिए भी खेले। बड़े स्तर पर खेलने से खिलाड़ी काफी कुछ सीख पाते हैं।
जुलाई में अफगानिस्तान टीम भारत आएगी, आप इसे कैसे देखते हैं?
यह अफगान खिलाड़ियों के लिए बड़ी बात होगी। भारत में भारत के खिलाफ खेलने से युवाओं को सीखने का मौका मिलेगा। हमने यहां पहला टेस्ट खेला था, जिसका फायदा हुआ। बड़ी टीमों के खिलाफ खेलने के लिए वर्ल्ड कप का इंतजार करना गलत है क्योंकि हमारा घरेलू क्रिकेट उतना मजबूत नहीं हुआ है।(सूत्र इंटरनेट)