UTTARAKHAND1ST : पेटीएम ने मंगलवार को बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) को स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उसने ही केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के मुख्य द्वार के बाहर QR कोड वाले डिस्प्ले बोर्ड लगाए हैं। कंपनी ने बताया कि वह 2018 में BKTC के साथ हुए एक कॉन्ट्रैक्ट के तहत चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों से चंदा मांग रही है। कंपनी पेटीएम न्यूज रूम ट्विटर हैंडल से यह जानकारी पोस्ट की है। दूसरी तरफ, BKTC के प्रवक्ता हरीश गौड़ ने भी यह कबूल कर लिया है कि 2018 में बीकेटीसी और पेटीएम के बीच एक औपचारिक समझौता हुआ था। इसके पहले मंदिर समिति ने ऐसे किसी भी बोर्ड को लगाने से इनकार कर दिया था।
मंदिर समिति ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की थी शिकायत
बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम परिसर में लगाए गए क्यूआर कोड की जानकारी मिलने के बाद मंदिर कमेटी ने पुलिस में इसकी शिकायत की थी। उत्तराखंड DGP अशोक कुमार ने बताया था कि बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने वाले दिन ही ये स्कैनर लगाए गए थे। मंदिर कमेटी की तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
पेटीएम ने मांगी माफी, अब तक 67 लाख रुपए का डोनेशन मिला
BKTC के प्रवक्ता के मुताबिक कॉन्ट्रैक्ट के बाद से ही क्यूआर कोड वाले छोटे बोर्ड पेटीएम ने ही इन मंदिरों के बाहर लगाए गए हैं। बीकेटीसी को पेटीएम के जरिए डोनेशन के रूप में करीब 67 लाख रुपए मिले हैं। हालांकि, पेटीएम ने ऐसे बोर्ड लगाने से पहले मंदिर समिति के अधिकारियों से अनुमति नहीं ली थी, जिससे भ्रम हुआ। पेटीएम ने BKTC चेयरमैन अजेंद्र अजय से अपनी गलती के लिए माफी मांगी है।
इस मामले में अब तक क्या हुआ
पेटीएम से ठगी की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक चमोली प्रमेंद्र डोभाल ने सोमवार को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ बदरीनाथ थाना व केदारनाथ पुलिस चौकी में IPC 420 के तहत मामला दर्ज किया था। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि बोर्ड 25 और 27 अप्रैल को हटा दिए गए थे। अजय ने कहा कि मंदिर समिति वित्तीय लेनदेन के लिए एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) मोड का उपयोग नहीं करती है।
केदारनाथ धाम में बर्फबारी, राज्य में 4 दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी
केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में भारी बारिश और बर्फबारी के कारण चार धाम यात्रा को श्रीनगर में रोक दिया गया है। IMD ने राज्य में खराब मौसम को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। इसके चलते चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 3 मई तक बंद कर दिया गया है। केदारनाथ धाम में पिछले 13 दिनों से रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है।(सूत्र इंटरनेट)